जौनपुर। रविवार को मां शीतला पैलेस प्रसाद तिराहे के पास एक अनूठा विवाह समारोह आयोजित हुआ। जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में एकदिवसीय सत्संग कार्यक्रम में तीन जोड़ों का दहेज मुक्त विवाह संपन्न हुआ।
विवाह की खास बात यह रही कि मात्र 17 मिनट की गुरुवाणी के साथ बिना किसी तामझाम और लेन-देन के सादगीपूर्ण ढंग से विवाह सम्पन्न हुआ। संत रामपाल जी महाराज का स्पष्ट संदेश है "न दहेज लेना है, न दहेज देना है।" वे अपने सत्संग प्रवचनों के माध्यम से समाज को दहेज, आडंबर और नशा मुक्त समाज बनाने की प्रेरणा देते हैं।
विवाह में शामिल जोड़ों में पहला जोड़ा मछलीशहर तहसील और सिंगरौली (मध्य प्रदेश) का था। दूसरा जोड़ा मड़ियाहूं तहसील और शाहगंज तहसील से था। तीसरा जोड़ा वाराणसी सदर और बदलापुर तहसील से था।
संत रामपाल जी महाराज के अनुसार, देश में प्रतिवर्ष दहेज के कारण कई बेटियों की जान जाती है। अमीर लोग शादियों पर अत्यधिक खर्च करते हैं। गरीब लोग कर्ज में डूब जाते हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए वे "दहेज मुक्त भारत" अभियान चला रहे हैं।
कार्यक्रम में जिला सेवादार रामजी दास, राजेश दास, सुरेश दास, यशवंत दास, लालमनि दास, राजकुमार दास सहित अन्य सेवादार उपस्थित रहे। उपस्थित श्रद्धालुओं ने इस पहल को सामाजिक सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।