New Delhi
दिल्ली के नई मुख्यमंत्री अब आतिशी होंगी। आप विधायक दल की बैठक में अरविंद केजरीवाल ने आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया। बताते चले कि अरविंद केजरीवाल लगभग छह महीने जेल में बिताए हैं। उनको प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज मामले में उन्हें पहले ही जमानत मिल चुकी है, जिसके चलते उनका अब जेल से बाहर आने का रास्ता साफ है। 43 साल की आतिशी के नाम पर मोहर लग गई है। विधानसभा चुनावों तक आतिशी के हाथो अब दिल्ली की कमान रहेगी और वो मुख्यमंत्री रहेंगी। आज शाम तक अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे को उम्मीद जताई जा रही है। वही 26 और 27 सितंबर को विधान सभा सत्र बुलाया गया है। जल्द ही शपथ ग्रहण की तारीख का ऐलान हो सकता है। दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर अरविंद केजरीवाल का नया चेहरा सामने आया है। वही अब इस पूरे मामले को लेकर राजनीति भी जोरों पर हो रही है। विपक्ष हमलावर है वो आम आदमी पार्टी के मुखिया अब फिर कुछ नया करने जा रहे हैं।
क्यूं जताया आतिशी पर भरोसा
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आखिर आतिशी पर क्यूं भरोसा जताया है। इसके पीछे कई वजहें है। सबसे ज्यादा आतिशी के पास मंत्रालय है वही अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद सबसे ज्यादा जनता के बीचों में रही मीडिया के सामने रहकर अपनी पार्टी के हितों के आवाज बुलंद करना समेत अन्य वजहों से आतिशी अरविंद केजरीवाल की पसंद बनी।