लखनऊ। बर्खास्त 9000 एम्बुलेंस कर्मचारियों ने न्याय यात्रा निकाल कर अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री आवास का घेराव करते हुए ज्ञापन दिया। उच्च अधिकारियों द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य मंत्री पहले निश्चित कार्यक्रम के तहत कानपुर जा चुके हैं। हमारी उनसे बात हो चुकी हैं वो जैसे ही आते हैं तो आपमें से पांच सदस्य की उनसे मुलाकात करायी जायेगी। आप अपनी समस्याओं को रख उनसे वार्तालाप कर लीजिए। मिली जानकारी के अनुसार न्याय यात्रा पैदल चलकर 10/09/2024 को इटावा से आज 20/09/2024 को प्रात:लगभग 9:45 पर उनके आवास के सामने पहुंचीं। न्याय यात्रा में बर्खास्त कर्मचारियों ने ज्ञापन के माध्यम से 6 सूत्रीय मांग रखीं हैं कि धरने के दौरान अवैध रूप से निकाले गये कर्मचारियों की वापसी की जाये, कंपनी हर महीने अवैध रूप से भर्ती करती हैं और डीडी के रूप में पैसे लेती हैं इस पर रोक लगाई जाए। अगर मैन पावर की आवश्यकता हो तो सेवा नियोजन के माध्यम से भर्ती की जाय। कंपनी फर्जी केस के लिए दबाव बनाती है इस पर रोक लगायी जाय। कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन दर तथा ओवर टाईम का श्रम विभाग के अनुसार भुगतान किया जाय। जिले में शासन स्तर पर एक कमेटी बनायी जाय जो कंपनी की निगरानी करें बिना उसकी सहमति से किसी भी कर्मचारी को निकाला ना जाए। नौकरी के नाम पर अवैध वसूली कर्मचारियों से जमा की गयी डीडी ई एम टी को 45000 व पायलट की 25000 वापस दिलायी जाये। ये न्याय यात्रा क्रांतिकारी शरद यादव व प्रदेश अध्यक्ष हनुमान पांडे सहित प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ-साथ मंडल पदाधिकारियों सहित जिला पदाधिकारियों एवं प्रदेश के हर जिले उपस्थित एम्बुलेंस कर्मचारियों ने जबरदस्त जोश एवं उत्साह के साथ अपने हक की लड़ाई के लिए सड़क पर उतर आये हैं। अब देखना यह कि स्वास्थ्य मंत्री इनके साथ न्याय करते हैं की नहीं ?