जौनपुर। कालीचाबाद स्थित महाराणा प्रताप पार्क में क्षत्रिय राजपूत ऑर्गनाइजेशन द्वारा गुरुवार को महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई। ऑर्गनाइजेशन द्वारा सर्वप्रथम महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला डॉ हरेंद्र सिंह ने कहा कि महाराणा के वंशज पिछले 400 वर्षों से उनकी जयंती ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया को ही मनाते हैं। उन्होंने दावा किया कि महाराणा ने कभी घास की रोटी नहीं खाई। घास की रोटी बनती भी नहीं है। वे जंगलों में कभी नहीं रहे। वे अपने कबीले के लोहार जाति के लोगों के घरों में रहे। वहां फिकार की रोटी खाई। यह गेहूं के जैसा ही एक अनाज होता है। हम लोगों को गलत इतिहास पढ़ाया गया। अब सही इतिहास लोगों के सामने आ रहा है। इसके अलावा अनेक स्थानों पर जयंती मनायी गयी।
इस मौके पर डीपी सिंह,अभय सिंह,अवनीश कुमार सिंह,आनंद सिंह,हिमांशु सिंह, अरुण सिंह,रॉबिन सिंह, कैप्टन एके सिंह, आलोक सिंह,राघवेंद्र प्रताप सिंह,सुभाष सिंह,शुभम सिंह,आदित्य प्रताप सिंह,युवराज,अक्षत कुमार सिंह, हिमांशु सिंह आदि रहे।
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