बताया जाता है सहारनपुर से एक दर्जन की संख्या में दीनी जमात कोतवाली क्षेत्र के ग्राम उसरहटा के एक मस्जिद में ठहरी हुई थी। वहां धर्म के उपदेश दिया जा रहा था। कोतवाली पुलिस की टीम उक्त गॉंव स्थित मस्जिद पहुंची और जमातियों से कहा की आप लोग अपना सामान आदि लेकर तुरन्त अपने घर सहारनपुर चले जाइये। जमातियों ने जाने का कारण पूछा तो पुलिस वालों ने ऊपर से आदेश है का हवाला दिया।
तो जमात के लोगों ने अपने सामान लेकर नगर के एक मस्जिद पहुंचे। जहां पर पुलिस ने वहां भी रोक लिया और कहा की आप लोग यहां नही रुक सकते। पुलिस और जमात के बीच बातचीत चल रही थी की धीरे धीरे लोग इकट्ठा होने लगे और पुलिस द्वारा सन्तोष जनक जवाब न मिलने पर सैकड़ों की संख्या में चैयरमैन प्रतिनिधि वीरेंद्र सिंह बंटी और धर्म गुरुओं के नेतृत्व में देर रात सीओ आवास पहुंचे और सीओ अजीत सिंह चौहान को पूरी बात बताई। उन्होंने कहा कि हम अपने उच्च अधिकारियों से बातचीत कर के ही कुछ कह सकते हैं।
वहीं अंजुमन मरकज के अमीर सहाब अनवर से बात करने पर उन्होंने बताया की चार दिन पहले सहारनपुर से जमात आई थी। जो इराकियाना स्थित कदीम मरकज मस्जिद में रुकी हुई थी। सुबह ग्राम उसरहटा के लिए जमात रवाना हुई थी और देर शाम कोतवाली पुलिस ने उक्त मस्जिद पहुंच कर जमात वालों को वापस जाने का फरमान सुना दिया।
इस सम्बंध में जब सीओ अजीत सिंह चौहान से बात की गई तो उन्होंने कहा की ऐसा मामला जानकारी में आया है। कुछ लोग मेरे पास आये थे और जमात को रुकने की बात कह रहे थे। मगर उच्च अधिकारियों का निर्देश पर जमात वालों को वापस जाने के लिए पुलिस ने कहा है। रात भर रुकने की बात पर उन्होंने कहाकि उच्च अधिकारियों से बात करके आगे क्या करना है अंजुमन मरकज के अमीर को अवगत करा दिया जाएगा। फिलहाल प्रदेश में झांगुर बाबा प्रकरण सामने आने के बाद से पुलिस अलर्ट मोड़ पर है।