जौनपुर। जिले के जलालपुर थाने की पुलिस ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के मामले में अन्तरराज्यीय गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 9 एंड्रायड फोन व 4 लैपटाप बरामद किया है। पुलिस जानकारी के मुताबिक बीते 22 नवंबर को जलालपुर थाना क्षेत्र के ग्राम असबरनपुर निवासी रतन कुमार पुत्र कमलचन्द राम अपनी लडकी का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिये यूनियन बैंक जलालपुर में ग्राम मुरलीपुर थाना केराकत निवासी विजय यादव पुत्र रामआसरे यादव को दिया, जो आधार कार्ड बनाते है। पुलिस ने बताया कि विनय ने उनकी पुत्री का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र तैयार करके फर्जी जन्म प्रमाण पत्र दिया। जब इस जन्म प्रमाण पत्र का सत्यापन करवाया तो कार्यालय द्वारा ज्ञात हुआ कि फर्जी प्रमाण पत्र है। पता करने पर ज्ञात हुआ कि विनय यादव का एक गैंग है जिसके इसके गैंग मे रामभरत मौर्या पुत्र सूर्यभान ग्राम रमदतपुर पट्टी पो टाडा के पास थाना बलुआ जनपद चन्दौली शामिल है इन लोगो के द्वारा फर्जी व कुट रक्षित जन्म प्रमाण पत्र आदि मृत्यु प्रमाण पत्र आदि दस्तावेज तैयार कर सीधे साधे लोगो को हम जैसे सीधे साधे लोगो को भारी भरकम पैसा लेकर दिया जाता है।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला पंजीकृत कर जांच में जुट गई थी। गुरूवार को थाना जलालपुर उप निरीक्षक मोहन प्रसाद उप निरीक्षक बलवंता मय पुलिस टीम ने इस मामले का खुलासा करते हुए अंकित यादव उर्फ शुभम यादव पुत्र नन्द लाल यादव निवासी टेकई थाना मोहम्मदाबाद गोहना जनपद मऊ उम्र करीब 23 वर्ष, राज कुमार उर्फ विक्की पुत्र हरीराम पण्डित निवासी हैबतपुर थाना गौर सिटी जिला गौतमबुद्ध नगर उम्र 22 वर्ष को नहोरा सई नदी के पास से तीन एन्ड्राएड फोन व तीन लैपटाप के साथ समय सुबह करीब 7 बजे गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान पुलिस ने राशिद पुत्र फिरोज निवासी खैरीबाकर थाना बीसफी जनपद मधुबनी बिहार उम्र करीब 26 वर्ष, राजीव कुमार पुत्र रामकिशोर सिंह निवासी डगरौली थाना हसनपुर जनपद अमरोहा उम्र 24 वर्ष, अभिषेक गुप्ता पुत्र राजेन्द कुमार गुप्ता निवासी प्रेमा बिहार कालोनी आलमनगर थाना पारा जनपद लखनऊ उम्र 31 वर्ष को 6 एन्ड्रायड मोबाइल व एक लैपटाप के साथ बाकराबाद हाईवे तिराहे के पास से गिरफ्तार कर। पुलिस के पूछताछ करने पर पकड़े गयें लोगों ने बताया गया कि ग्राम पंचायत की आइडी से मिलता जुलता पासवर्ड ट्राई करके लागिन किया जाता था तथा ऐनी डेस्क पर स्क्रीन शेयर के माध्यम से सम्बंधित आईडी का पासवर्ड जनरेट कर फर्जी जन्म प्रमाणपत्र पत्र बनाकर लोगो से मोटी रकम वसूलते थे।


