जौनपुर। मौनी अमावस्या पर पूजा पाठ करने के बाद ब्राह्मणों को दान किया गया। शाही पुल पर विधि विधान से पूजा करने के बाद दान पुण्य किया गया।
बता दें कि इस साल माघ अमावस्या यानी मौनी अमावस्या 29 जनवरी को है। मौनी अमावस्या हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि है। मौनी शब्द का अर्थ है मौन यानी चुप रहने से संबंधित है। इसे मौन रहने और आत्मचिंतन के लिए विशेष दिन माना जाता है। ऐसी मान्यताएं हैं कि मौनी अमावस्या के दिन नदियों में स्नान और दान धर्म आदि के कार्य करने से पापों का प्रायश्चित हो जाता है।
मौनी अमावस्या पर क्या करें..
मौनी अमावस्या पर बिना अन्न जल ग्रहण किए अनाज का दान करें। मौनी अमावस्या पर ब्राह्मणों को भोजन करवाने का खास महत्व होता है। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते हैं तो कम से कम एक व्यक्ति के खाने की मात्रा के अनुसार काली उड़द और चावल दान करें। साथ ही तिल और गरम वस्त्रों का भी दान करें। साथ ही उसमें कुछ सामर्थ्य के अनुसार धन राशि भी दान करें। ऐसा करने से आपकी ग्रह दशा में सुधार होता है और आपको पितरों की कृपा प्राप्त होती है।
मौनी अमावस्या पर गाय, कुत्ते और कौवे जैसे जानवरों को खाना खिलाने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन ऐसा करने से पितृ खुश होते हैं और आशीर्वाद देते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है।